भोपाल । ऐशबाग क्षेत्र से एक पखवाड़े पहले एक करोड़ रुपए की फिरौती के लिए अपहृत इंजीनियरिंग छात्र के मामले का पुलिस ने शुक्रवार को पर्दाफाश कर दिया। पुलिस के अनुसार युवक ने परिजन से रुपए ऐंठने के लिए खुद ही बहन के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। इसमें बहन का एक दोस्त व उसका नौकर भी शामिल थे। पुलिस ने भाई-बहन और दोस्त को गिरμतार कर लिया है। नौकर फरार है। डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि चाणक्यपुरी निवासी आयुष चौबे (19) 12 दिसंबर को कोचिंग जाने घर से निकला था और गायब हो गया था। रात करीब 8.30 बजे बहन रुचिका के मोबाइल पर एक फोन आया कि आयुष का अपहरण हो गया है। उसे छोड़ने के लिए एक करोड़ रुपए चाहिए। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। आयुष की मां ने ऐशबाग थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। मामले में डीआईजी ने तत्काल एसआईटी गठित कर दी थी।
इस प्रकार हुआ पूरे मामले का खुलासा
जिस मोबाइल नंबर से फिरौती मांगी जा रही थी, एसआईटी उसे ट्रेस करने में जुटी थी, लेकिन बार-बार लोकेशन बदल रही थी। 25 दिसंबर को फिरौती के लिए फिर फोन आया। परिजन को फिरौती की रकम लेकर क्रिसेंट होटल, सीहोर बुलाया गया। टीआई अजय नायर और उनकी टीम सिविल ड्रेस में सीहोर पहुंची, लेकिन अपहरणकर्ता नहीं आए। शाम को परिजन के पास फिर फोन आया कि तुमने पुलिस को बताकर गलती की। यह बात पुलिस को पता चली, तो उसे शंका हुई। पुलिस ने रुचिका और गौरव पर नजर रखने के अलावा उनके मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई। पता चला कि गौरव आगरा तरफ गया है। टीम वहां पहुंची तो पता चला कि वह भोपाल आ रहा है। इसके बाद शुक्रवार सुबह पुलिस भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंची और तमिलनाडु एक्सप्रेस से उतरते ही गौरव को दबोच लिया। गौरव की निशानदेही पर आयुष को इंदौर से पकड़ लिया गया। वहीं नौकर अतुल की तलाश की जा रही है।