इंदौर । चर्चित उदय देशमुख उर्फ भय्यू महाराज की आत्महत्या के प्रमुख राजदार विनायक दुधाले से पूछताछ चल रही है। शनिवार को उसे पुन: बयान के लिए बुलाया गया। बयान देने पहुंचने से पहले उसने व अन्य संदेहियों ने मीडिया से चर्चा करते हुए खुद को महज सेवादार बताया। खास बात यह कि शुक्रवार को पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला विनायक अपने मोबाइल का सारा डेटा डिलिट करके पहुंचा था। पुलिस ने उसके दोनों मोबाइल जब्त किए हैं। भय्यू महाराज खुदकुशी केस में शनिवार को विनायक दुधाले, शरद शर्मा उर्फ पंडित, योगेश चह्वाण, प्रवीण गाड़गे, संदीप काटे, गोलू, ड्राइवर कृष्णा, मनोहर सोनी, शेखर देशमुख सहित करीब दस लोगों के बयान हुए। सभी को सुबह करीब 11 बजे बयान के लिए बुलाया गया था। रात करीब 10 बजे तक बयान लिए गए। उन्हें पूर्व के बयानों से क्रॉस चेक भी किया गया। विनायक ने बताया कि वह महाराज का महज एक सेवादार था। उनके आदेश का पालन करता था। युवती के ब्लैकमेल करने की बात को एक बार फिर उसने सिरे से नकार दिया। अन्य सेवादारों ने भी यही बात कही। खास बात यह कि सीएसपी आजाद नगर अगम जैन (प्रशिक्षु आईपीएस) ने विनायक के दो मोबाइल जब्त किए थे। जांच में उसका सारा डेटा डिलिट करने की बात सामने आई है। विनायक के मोबाइल के डेटा को रिकवर करने के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। सीएसपी के मुताबिक विनायक से पहले मनोहर, शरद, प्रवीण, शेखर व अन्य सेवादारों के मोबाइल भी जब्त किए गए थे। उनकी भी जांच की जा रही है।
खुदकुशी को लेकर किए गए कई सवाल ज्यादातर सवालों से किया किनारा
सीएसपी अगम जैन के पास बयान देने जाने से पहले विनायक दुधाले, शरद देशमुख, प्रवीण गाड़गे और शेखर शर्मा ने मीडिया से बात की और महाराज की खुदकुशी से संबंधित कुछ सवालों के जवाब दिए। हालांकि, ज्यादातर सवालों से उन्होंने किनारा कर लिया। विनायक का कहना था कि वह सेवादार है, राजदार नहीं। करोड़ों रुपए लेकर भागने की बात पर उसने कहा कि उसके पास कोई पैसा नहीं। उसने नि:स्वार्थ भाव से महाराज की सेवा की है। वह एक रुपए का भी दागदार नहीं है। उसे पुलिस का कोई नोटिस नहीं मिला था। वह खुद पुलिस के सामने आया है। पूरा सहयोग करेगा। प्रशासन से भी सहयोग की अपेक्षा है। ड्राइवर कैलाश पाटिल के आरोपों को उसने नकार दिया। भय्यू महाराज की मौत को लेकर कुहू और आयुषी में झगड़ा होने की बात उसने कही। युवती द्वारा महाराज को ब्लैकमेल करने वाली बात झूठी बताई। कहा- उन्हें कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकता। इंदौर से भागने के पीछे धमकी मिलने की बात कही, लेकिन किससे मिल रही थी... ये नहीं बताया।