भोपाल। यदि आप शहर की उस आठ लाख आबादी का हिस्सा हैं, जिनके घरों में बड़ी झील का पानी आता है, तो समझ लीजिए कि आप गंदा पानी पी रहे हैं। भले ही पानी देखने में साफ लगे, लेकिन यह पीने लायक नहीं है। वजह ये है कि नगर निगम श्यामला हिल्स स्थित जिस वाटर फिल्टर प्लांट में कच्चा पानी साफ करने (ट्रीटमेंट) का दावा करता है, उनमें क्लोरीनेटर व फिल्टर मीडिया जैसे जरूरी उपकरण अरसे से बंद पड़े हैं। ब्लीचिंग पावडर भी अंदाज से मिलाया जा रहा है, क्योंकि यहां काम करने वाले कर्मचारी भी ट्रेंड नहीं हैं। क्लियर वाटर रिजरवायर की भी बरसों से साफ-सफाई नहीं की गई है। रिजरवायर अलग कैंपस में है। इस कैंपस में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आई हैं। फिल्टर प्लांट मेें लगे उपकरणों और पानी की मोटरों पर जंग लग गई है। बड़ी झील का पानी पुराना शहर और बैरागढ़ सहित 40 फीसदी आबादी को सप्लाई किया जाता है। निगम झील का कच्चा पानी बैरागढ़, बादल महल, श्यामला हिल्स वन और टू सहित अरेरा हिल्स स्थित वॉटर फिल्टर प्लांट्स में साफ कर सप्लाई करता है। तीन साल से पानी ब्लीचिंग पाउडर के बुते साफ कर सप्लाई किया जा रहा है। पानी ट्रीटमेंट के दौरान न तो क्लोरीन का इस्तेमाल हो रहा और न ही उसे साफ करने को फिल्टर मीडिया (फिल्टर बेड) से गुजारा जा रहा है।
जाम हो चुके हैं फिल्टर बेड
पानी साफ करने में फिल्टर मीडिया सबसे अहम होता है। इसमें रेत, कोयले सहित अलग-अलग आकार-प्रकार के पत्थरों की कई परतें होती हैं। सबसे ऊपरी परत पर कच्चा पानी छोड़ा जाता है, जो एकएक परत से छनता हुआ फिल्टर बेड में नीचे लगे नोजलों से स्टोरेज टैंक में पहुंचता है। फिल्टर मीडिया की औसत उम्र एक साल होती है, लेकिन यहां छह साल से इसे नहीं बदला गया है। आखिरी बार फिल्टर मीडिया 2011 में एडीबी स्कीम के तहत बदले गए थे। वर्तमान में फिल्टर बेड और उनके नोजल जाम हो चुके हैं यानी अब इनसे पानी फिल्टर नहीं होता।
क्लियर वॉटर सप्लाई टैंक में मटमैला पानी
रॉवाटर में मिली गंदगी (टरबिटी) खत्म करने के लिए सबसे पहले पानी में फिटकरी और एलम मिलाकर उसका ट्रीटमेंट किया जाता है। करीब 12 घंटे में पानी में मिली गंदगी टैंक की तली में बैठ जाती है। इसके बाद इस पानी को पीने लायक बनाने के लिए इसे फिल्टर मीडिया से गुजारा जाता है और उसके बाद क्लोरीन मिलाकर इसे क्लियर वाटर सप्लाई टैंक में स्टोर किया जाता है। यहां पानी क्रिस्टर क्लियर (कांच की तरह साफ) होना होता है, लेकिन किसी भी प्लांट में क्लियर वाटर सप्लाई टैंक में पानी क्रिस्टर क्लियर नहीं होता।