भोपाल । आरटीओ आॅफिस में शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे लर्निंग लाइसेंस को लेकर एक बाबू मधुकर और एजेंट कन्हैया तिवारी के बीच विवाद हो गया। इस दौरान एजेंट ने बाबू के साथ झूमाझटकी की। इससे नाराज कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। कर्मचारी शाम चार बजे तक हड़ताल पर रहे। इससे कामकाज के सिलसिले में आए लोग परेशान होते रहे। बाद में आरटीओ संजय तिवारी की समझाइश पर कर्मचारी काम पर लौटे। जानकारी के मुताबिक, दलाल कन्हैया तिवारी पांच लोगों का लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए दस्तावेज लेकर पहुंचा था। बाबू मधुकर ने उसे सही और पूरे दस्तावेज लगाने को कहा, तो उसने विवाद शुरू कर दिया और बाबू के साथ झूमाझटकी की । हंगामे की सूचना पर हबीबगंज पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। बाबूओं ने दलालों को आरटीओ परिसर से 200 फीट दूर करने की मांग की है।
आयुक्त ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
पिछले साल परिवहन आयुक्त डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव ने इसी तरह के विवाद को देखते हुए धारा-144 के तहत दलालों को परिसर से 500 मीटर दूर करने के आदेश दिए थे। आदेश में कहा गया था आरटीओ परिसर में 500 मीटर के दायरे में यदि दलालों के काउंटर लगे पाए जाते हैं, तो प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए। कुछ दिन कार्रवाई के बाद मामला डंठे बस्ते में चला गया। यही नहीं दलालों को अंदर आने से रोकने के लिए गेट पर जवान भी तैनात किए गए थे।
कई बार हो चुकी है मारपीट
आरटीओ में दलाल और बाबुओं के बीच विवाद कोई नई बात है। इनके बीच आए दिन विवाद होते रहते हैं। इसके पहले दलालों ने एक बाबू की पिटाई कर दी थी। इसके विरोध में आरटीओ के बाबुओं ने दो दिन तक कामकाज बंद रखा था। इसके बाद आरटीओ परिसर से दलालों को खदेड़ दिया गया था, लेकिन वे दोबारा यहां जम गए। इधर, सूत्रों का कहना है कि आरटीओ का 70 फीसदी काम दलालों के माध्यम से ही होता है। कई बार बाबू से पटरी नहीं बैठने के कारण उनमें विवाद होना आम बात है।