जबलपुर । नि: शुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के (आरटीई)तहत प्राइवेट स्कूल में प्रवेशित बच्चों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं करने पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राममोहन तिवारी, जिला परियोजना समन्वयक डॉ. आरपी चतुर्वेदी ने कड़ी नाराजगी दिखाई है। डीईओ के निर्देश पर जिला परियोजना समन्वयक ने 88 प्राइवेट स्कूलों को मान्यता समाप्ति की चेतावनी दी है। जिला शिक्षा अधिकारी राममोहन तिवारी ने जिला परियोजना समन्वयक को पत्र भेजकर कहा है कि 88 प्राइवेट स्कूलों ने अभी तक आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों की एंट्री पोर्टल पर नहीं की है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि स्कूलों ने बच्चों को प्रवेश ही नहीं दिया या फिर स्कूल बच्चों की फीस ही नहीं लेना चाहते हैं।
बाद में न गिड़गिड़ाएं स्कूल
जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राइवेट स्कूलों से दो टूक कहा है कि पोर्टल पर एंट्री नहीं करने वाले स्कूल बाद में आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों की फीस के लिए न गिड़गिड़ाए और स्कूल प्रबंधन फीस न मिलने पर बच्चों को स्कूल से बेदखल करने की कोशिश भी न करें। अगर स्कूल प्रबंधन दिए गए निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो ऐसे स्कूलों की मान्यता समाप्त कर दी जाएगी।
7 दिनों में कर दें एंट्री
डीईओ ने 88 प्राइवेट स्कूल प्राचार्यों को 7 दिवस का समय देते हुए कहा कि इतने दिनों में स्कूल समस्त पात्र बच्चों को आधार सत्यापन कर एजुकेशन पोर्टल पर प्रवृष्टि कराते हुए आॅनलाइन प्रस्ताव संबंधित नोडल अधिकारी को फारवर्ड करें ऐसा न करने पर स्कूलों की मान्यता समाप्ति के लिए डीपीआई को प्रस्ताव भेजा जाएगा। शहर के बड़े-बड़े स्कूल शामिल एजुकेशन पोर्टल पर आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों की एंट्री करने में शहर और गांव के बड़े- बड़े प्राइवेट स्कूल शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन स्कूलों मान्यता समाप्ति का डर नहीं है, इसलिए शासन के निर्देशों का पालन नहीं करना इनकी फितरत में आ गया है।