जबलपुर । थानों में शुरू की जा रही वीकली आॅफ की प्रक्रिया में तमाम परेशानियों के साथ मुख्य रूप से स्टाफ की कमी की समस्या सामने आ रही है। कुछ थानों ने रोस्टर तैयार कर प्रायोगिक तौर पर अवकाश दिए थे लेकिन अब ऊपर से आदेश के बाद अवकाश पर ब्रेक लग गया है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस की तैयारियों की बात कहकर साप्ताहिक अवकाश रोक दिए गए हैं। इस संबंध में पुलिस प्रशासन के प्रमुख का कहना है कि सभी थानों से रोस्टर बुलवा लिए गए हैं। इसकी घोषणा राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। प्रदेश में एक साथ वीकली आॅफ शुरू होंगे। हालांकि जबलपुर में प्रमुख समस्या स्टाफ की कमी की आ रही है। फिर व्यस्त हो जाएगा अमला पुलिस बल की कमी के चलते भले ही अवकाश शुरू हो जाएं लेकिन आने वाले 4 माहों में अवकाश संभव नहीं दिख रहा है। मार्च माह में जहां बोर्ड परीक्षाएं होंगी। वहीं होली पर्व के कारण पुलिस बल व्यस्त हो जाएगा। इसी तरह अप्रैल माह में लोकसभा चुनाव के चलते साप्ताहिक अवकाश मिलना मुश्किल हो जाएगा।
ये बनेगी रुकावट
पुलिस कर्मियों के वीकली आॅफ में कई प्रकार की रुकावटें भी आएंगी। इनमें यदि किसी आरोपी की एफआईआर होती है। ऐसे में आरोपी के पकड़े जाने पर आॅफ के बाद भी उस पुलिस कर्मी को ड्यूटी आना पड़ेगा जिसने मामला दर्ज किया है। इसी तरह आॅफ के दिन खास पर्व, दंगा या व्हीव्हीआईपी स्पेशल ड्यूटी में छुट्टी नहीं मिल पाएगी। नाइट गश्त के बाद आॅफ मिलेगा और दूसरे दिन सुबह थाने में उपस्थिति दर्ज करानी होगी। हालांकि वीकली आॅफ के साथ अन्य अवकाश भी मिल सकेंगे।
13 माह का वेतन
अभी तक पुलिस को वीकली आॅफ न मिलने पर एक माह का अतिरिक्त वेतन प्राप्त होता था। ईयर एंडिंग पर उन्हें एक माह का अलग से वेतन देने का प्रावधान रहा। इस तरह पुलिस कर्मियों को 13 माह का वेतन मिलता था। वीकली आॅफ मिलने पर एक माह के वेतन पर भी निर्णय लिया जा सकेगा।
कम हो जाएगा बल
पुलिस प्रशासन की मानें तो आॅफ से 1/7 फीसदी स्टाफ कम हो जाएगा। प्रतिदिन औसतन 500 पुलिस कर्मियों को वीकली आॅफ का लाभ मिलेगा। हालांकि पुलिस विभाग का मानना है कि अवकाश सुविधा शुरू होने के बावजूद पुलिस को 700 से ज्यादा जवानों की आवश्यकता होगी। अभी जिले में 3300 पुलिस जवान व 450 से अधिक अफसर तैनात हैं। इस तरह औसतन हर थाने में 35 से 40 पुलिस स्टाफ पहले से ही कम है।