भोपाल। राजधानी के सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती महिलाओं की जान पर बन आई है। बीते 20 दिन से अस्पताल में कई जरूरी दवाएं और लाइफ सेवर इंजेक्शन तक नहीं हैं। ऐसे में दर्द बढ़ाने से लेकर रक्त स्राव (ब्लीडिंग) रोकने वाले इंजेक्शनों से लेकर अन्य दवाएं मरीजों के परिजन बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हैं। बताया जा रहा है कि बजट की कमी के चलते अस्पताल में जरूरी दवाओं से लेकर डिलेवरी में इस्तेमाल होने वाले ग्लब्स जैसे सामान तक की खरीदी नहीं हो पा रही है। आलम यह है कि वार्डों में भर्ती महिला मरीजों के लिए दवाएं मंगाने वार्ड इंडेन (दवाओं की मांग सूची) भेजा जाता है, तो उस पर अस्पताल के स्टोर से दवाओं के बजाय नाट सप्लाई लिखा आ जाता है। हालात इतने खराब हैं कि बुखार और दर्द कम करने की टैबलेट तक नहीं हैं। ऐसे में वार्ड की नर्सें मरीजों को दवाओं वाला पर्चा लिखकर दे रही हैं, ताकि वह बाजार से खरीदकर लाएं।
235 की जगह 337 भर्ती
सुल्तानिया अस्पताल में महिला मरीजों को भर्ती करने के लिए 235 बेड हैं, लेकिन वर्तमान में करीब 237 महिला मरीज भर्ती हैं। नतीजे में एक पलंग पर दो-दो महिलाओं को लिटाया गया है। कुछ महिला मरीजों को पलंग के बीच खाली जगह पर जमीन पर भी रखा गया है।