इंदौर । कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की अध्यक्षता में आज ग्राम मोरोद स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय में जिला स्तरीय एकलव्य विद्यालय संचालन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर कलेक्टर जाटव ने कहा कि एकलव्य विद्यालय के बच्चे 10वीं-12वीं बोर्ड में प्रदेश मैरिट में आना चाहिए और बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा दी जानी चाहिए। बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ संगीत चित्रकला खेलकूद और भाषण कला का सतत प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय का रिजल्ट सरकारी स्कूलों से बेहतर होना चाहिए। एकलव्य विद्यालय में खेल क्लब, साहित्य क्लब और सांस्कृतिक क्लब का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को मैस में पौष्टिक आहार मिलना चाहिए। बच्चों के लिए समाचार और पत्रिका उपलब्ध हो। अंग्रेजी की पत्रिका भी उन्हें पढ़ने के लिए मिले। बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों को शिक्षक ही मोड़ सकता है। विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा दी जानी चाहिए। बैठक में भोजन, आवास छात्रवृत्ति आदि के संबध में बिन्दुवार समीक्षा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर नेहा मीणा, एसी ट्रायबल, मोहनी श्रीवास्तव, डीपीसी अक्षय सिंह, जिला महिला बाल विकास अधिकारी, रजनीश सिन्हा, प्राचार्य एस.के. मैथ्यू सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर जाटव ने विद्यार्थियों से रूबरू चर्चा करते हुे कहा कि खूब पढ़ो, खूब खेलो। शिक्षक और माता िपता का आदर करो। जीवन कर्म प्रधान है। कर्म से सफलता संभव है। उन्होंने विद्याथियों से कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें और सात में संगीत, मनोरंजन और खेलकूद में भी रुचि लें।
संकट से घबराएं नहीं
उन्होंने कहा- अपने जीवन का लक्ष्य ऊंचा रखें। लक्ष्य के अनुरूप ही अभी से तैयारी शुरू कर दें। हायर सेकेंड्री के विद्यार्थी अभी से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी शुरू करें। शिक्षक के बताए हुए मार्ग पर चलें। शिक्षा ज्ञान के लिए ग्रहण कर देश सेवा के लिए कदम रखें। किसी भी प्रकार की हीन भावना से दूर रहें। परीक्षा और संकट से आत्मविश्वास बढ़ता है, इसलिए संकट से और परीक्षा से घबराएं नहीं। सीईओ जिला पंचायत नेहा मीणा ने भी विद्यार्थियों से चर्चा की।