भोपाल। मध्यप्रदेश में इनकम टैक्स कलेक्शन की ग्रोथ में पिछले साल के मुकाबले इस साल 14. 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर यह ग्रोथ 13 प्रतिशत है। यानी टैक्स कलेक्शन के मामले में मप्र देश से आगे चल रहा है। इसके बावजूद अपना टारगेट पूरा करने के लिए आयकर विभाग ने कई स्तरों पर रणनीति बनाई है, जिसके तहत ऐसे करदाताओं पर शिकंजा कसने जा रहा है जो अपील में केस हार गए है। ऐसे असेसी से विभाग सौ फीसदी की रिकवरी करेगा। साथ ही जिनके केस अभी पेंडिग है उनसे बीस फीसदी की वसूली की जाएगी।आयकर विभाग (मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़) के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त अजय कुमार चौहान ने गुरुवार पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि मप्र-छग को टैक्स कलेक्शन के लिए इस बार सीबीडीटी से 25 हजार करोड़ 455 लाख रुपए का टारगेट मिला हुआ है। 31 दिसंबर तक मप्र ने 15 हजार करोड़ रुपए का टैक्स कलेक्शन हो चुका है। अगले दो सालों में टारगेट पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा तीसरी तिमाही की एडवांस टैक्स की किस्त भी आने हैं, जो एक बड़ा आंकड़ा होती है। उन्होंने बताया कि अगले दो महीने में टैक्स रिकवरी और कलेक्शन बढ़ाने के लिए कई स्तर की रणनीति बनाई गई है और अफसरों को इस पर कार्रवाई के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। चौहान ने बताया कि ऐसी कपंनियां, जिन्होनें टैक्स नहीं जमा किया है और डिमांड अपील भी हार गए है अब उनके डायेरक्टर से वसूली की जाएगी। उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी डिफाल्टर विभाग ने चिन्हित किए हंै जो टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कारवाई भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष इस तरह के करीब 160 मामलों में कानूनी कार्रवाई की गई है।