भोपाल। मैम! परीक्षा जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, डर लग रहा है। गणित और विज्ञान के सूत्र याद नहीं होते है। हमें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें? कुछ इसी तरह के सवाल माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन पर स्टूडेंट्स पूछ रहे हैं। माशिमं द्वारा 1 जनवरी से शुरू की गई हेल्पलाइन पर गुरुवार को 215 कॉल पहुंचे। पिछले दस दिन में विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के 2, 522 कॉल आ चुके हैं। अधिकतर प्रश्न प्रैक्टिकल व प्रोजेक्ट वर्क के अंकों के विभाजन के बारे में पूछे गए। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों के कॉल अधिक आए। काउंसलर्स ने विद्यार्थियों से कहा कि बोर्ड परीक्षा में दो महीने का समय है। ऐसे में टाइम टेबल बनाकर विषयवार तैयारी करें ।
प्रोजेक्ट, प्रैक्टिकल और थ्योरी में पास होना जरूरी
हेल्पलाइन के काउंसलिंग प्रभारी ने बताया कि विद्यार्थियों के अधिकतर सवाल प्रोजेक्ट वर्क, प्रैक्टिकल से जुड़े होते हैं। काउंसलर ने बताया कि 80 नंबर की थ्योरी और 20 नंबर का प्रोजेक्ट है। 80 नंबर की थ्योरी में पास होने के लिए 27 नंबर लाना जरूरी है। वहीं 15 नंबर के प्रोजेक्ट और नोटबुक के 5 नंबर में से पास होने के लिए विद्यार्थियों को 7 नंबर लाना जरूरी है।
साल भर जारी रहेगी हेल्पलाइन सेवा
माशिमं की हेल्पलाइन इस बार पूरे साल चलेगी। हेल्पलाइन प्रभारी डॉ. हेमंत शर्मा के नेतृत्व में माशिमं परिसर में तीन शिμटों में चल रही हेल्पलाइन में सुबह 8 बजे से बच्चों के कॉल आना शुरू हो जाते हैं। यह सिलसिला रात आठ बजे तक चलता है। हर शिμट में इस बार चार की जगह छह काउंसलर सलाह दे रहे हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर पर चार लाइनें दी गई हैं। एक ही नंबर पर चार बच्चे एक साथ बात कर सकते हैं। इसके साथ ही दो लैंडलाइन नंबर भी दिए गए हैं।
रिवीजन के लिए लिखकर करें प्रयास: काउंसलिंग प्रभारी ने विद्यार्थियों को सुझाव दिया है कि वे सभी विषयों को बराबर समय सीमा में बांटकर पढ़ाई करें। रिवीजन के लिए लिखकर प्रयास करें ।