ग्वालियर। सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग में सभी प्रतिनियुक्ति को निरस्त कर दिया है। प्रदेश सरकार के इस फैसले से अब स्वास्थ्य विभाग के ऐसे डॉक्टर्स टेंशन में आए गए हंै जो लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में प्रतिनियुक्ति पर मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में वर्षों से कार्यरत हैं। अकेले ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जयारोग्य अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर 8 डॉक्टर काम कर रहे हैं। ऐसा बताया जाता है कि अगर उच्च शिक्षा विभाग की तरह सरकार स्वास्थ्य विभाग में भी प्रतिनियुक्ति रद्द आदेश जारी करती है तो जेएएच में काम कर रहे ऐसे डॉक्टरों को ग्वालियर में पोस्टिंग मिलना मुश्किल होगी। बाहर होगी पोस्टिंग जानकारी के मुताबिक लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी है। इनमें स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ व निश्चेतना विशेषज्ञ शामिल हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के कई डॉक्टर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहें है। यही कारण है कि इन चिकित्सकों के मूल विभाग में वापसी के आदेश जारी किए जा सकते हैं। शहरी क्षेत्रों में यह पद खाली नहीं हैं। ऐसे में प्रतिनियुक्ति से वापस आने वाले चिकित्सकों को शहर से बाहर या फिर दूसरे जिलों में पदस्थ किए जाने की कार्रवाई की जा सकती है। प्रदेश में करीब 30 चिकित्सक वर्तमान में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के अपर संचालक (प्रशासन) द्वारा कुछ समय पूर्व इन चिकित्सकों के मूल विभाग में वापसी का आदेश जारी किया गया था।