इंदौर । अब सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर बीमारी का इलाज तो करेंगे ही, साथ ही आने वाली मौसमी बीमारियों के बारे में भी सचेत करेंगे। जनवरी में डॉक्टर साहब के पास बुखार का इलाज कराने पहुंचे तो फरवरी में आने वाली आंखों की मौसमी बीमारी से बचने की मुμत सलाह देंगे। सेहत को चंगा रखने के लिए सरकारी डॉक्टर इस नवाचार को अपनाएंगे। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर मौसमी बीमारियों की जानकारी मरीजों को मुहैया करांएगे इसके पीछे शासन की मंशा है कि बीमारी से बचाव के आसान तरीके बताकर आम लोगों की सेहत बेहतर रखी जा सकती है। सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों को समझाइश दी गई है कि वे बदलते मौसमों को देखते हुए अस्पतालों में आने वाले मरीजों को आगामी मौसमी बीमारियों के लिए सचेत किया जाए। ठंड, बरसात से लेकर गर्मी से शरीर पर होने वाले हर तरह के बदलाव के बारे में बताया जाएगा।
डेंगूस्वाइन फ्लू से लिया सबक
पिछले वर्षों में डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू सहित कई मौसमी बीमारियों के आंकड़ों से स्वास्थ्य विभाग ने सबक लिया है। नतीजतन इस वर्ष विभाग मौसमी बीमारियों को लेकर बेहद सजग है। अगर इलाज के साथ ही मरीजों और परिजनों को आगामी मौसमी बीमारियों के लिए सचेत किए जाए तो मरीज जागरूक होंगे और सावधानी बरतेंगे। इससे मौसमी बीमारियों के मरीजों में कमी आएगी।