इंदौर। स्वच्छता में तीसरी बार नंबर वन की पायदान पर पहुंचाने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम गुरुवार से मैदान में उतरकर सफाई व्यवस्था देखेगी। निगम तीसरी बार इस दौड़ में बना हुआ है। दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय से आने वाले निर्देशों पर टीम सफाई का फीडबैक लेगी। टीम कितने दिन रहेगी इसका समय तय नहीं हुआ है। महापौर मालिनी गौड़, स्वास्थ्य विभाग का अमला और सफाई कामगारों के अथक प्रयासों का प्रतिफल है कि देश में सफाई का परचम लहरा सका। इसके बाद विदेशों तक सफाई का डंका बजा। देशभर के अफसरों, जनप्रतिनिधियों ने शहर आकर सफाई के गुर हासिल किए। महापौर ने भी सफाई कामगारों का सम्मान कर उनकी हौसला अफजाई की। कामगारों को ड्रेस, जूते व संसाधन उपलब्ध कराने के साथ उनकी परेशानी भी दूर की। अपना शहर मानकर काम किया। दिन-रात मेहनत से शहर की रंगत बदल गई। पिछले तीन माह से निगम ने न सिर्फ सफाई पर अपना फोकस किया, बल्कि प्रमुख दीवारों पर आकर्षक चित्रकारी की गई। सफाई को लेकर होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर लगाए गए हैं। अधिकारियों का अमला अलसुबह से देर रात तक मैदान में तत्परता से डटा हुआ है। गलियों से उठाई गंदगी सर्वेक्षण दल को सफाई दिखाने गलियों में निगम के डंपर घूमे। डंपरों में सूखा कचरा, मिट्टी, बिल्डिंग मटेरियल, पेड़ों की टहनियां रखी गई। इसके बाद वहां झाड़ू भी लगाई। सूत्रों की मानें तो दिल्ली से दो दिन पहले आई सेवन स्टार रैंकिंग की टीम बुधवार को जोन 6 में सुबह 8 बजे पहुंची। यहां कुछ बस्तियों में सफाई देखकर बमुश्किल दो घंटे में वापस लौट आई। टीम ने इसके पहले कागजी तैयारियों को देखा।