भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं- बारहवीं की परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होनी है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार अनेक बदलाव किए हैं। इसी तारतम्य में परीक्षाओं में पारर्शिता बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रों को दसवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों के अटैंडेंस का रिकॉर्ड कम से कम तीन साल तक सुरक्षित रखना अनिवार्य किया गया है। हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। दोनों ही परीक्षाओं के लिए 7,418 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें साढ़े 18 लाख से अधिक विद्यार्थी परीक्षा देंगे। मंडल की परीक्षाओं में अभी तक परीक्षा केन्द्रों द्वारा दसवीं-बारहवीं के छात्रों की परीक्षा लेने के बाद उपस्थिति पत्रक मंडल भेजकर मुक्ति पा ली जाती थी। परीक्षा केन्द्रों पर कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बीते सालों में कुछ छात्रों के उपस्थिति पत्रक मंडल पहुंचे ही नहीं। जबकि परीक्षा केन्द्रों के केन्द्राध्यक्ष का कहना था कि उपस्थिति पत्रक भेजे गए हैं। इससे छात्रों के परीक्षा में शामिल होने या नहीं होने की विश्वसनीयता खत्म हो रही थी। इसको लेकर एक विद्यार्थी द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसकी सुनवाई के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किए। इसे लेकर मंडल ने परीक्षा केन्द्रों के लिए निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत माशिमं द्वारा परीक्षाओं में परीक्षार्थियों की उपस्थिति के लिए उपस्थिति पत्रक दिया जाता है। प्राचार्य प्रत्येक वर्ष की उपस्थिति पत्रक को तीन वर्ष तक सुरक्षित रखेंगे। साथ ही उपस्थिति पत्रक में यदि किन्हीं कारणों से छात्र का फोटो न हो, तो निर्धारित स्थान पर छात्र का फोटो चस्पा करेंगे।
15 मिनट पहले तक मिलेगा परीक्षा केन्द्र में प्रवेश
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं- बारहवीं परीक्षा में सुबह पौने नौ बजे के बाद केन्द्र में किसी हालत में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू होगी। मंडल के निदेर्शों में सुबह साढ़े 8 के बाद किसी भी छात्र को केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। केन्द्राध्यक्ष की अनुमति से 8.45 तक प्रवेश हो सकते हैं। इसके बाद केन्द्राध्यक्ष भी प्रवेश नहीं दे सकते हैं।
एक व दो मार्च से होंगी परीक्षाएं
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं-12वीं के विद्यार्थियों व परीक्षा केन्द्रों की फाइनल संख्या सोमवार को जारी कर दी। बारहवीं में 3,554 व दसवीं में 3,864 परीक्षा केन्द्र रहेंगे। दोनों परीक्षाओं में 18,666,39 परीक्षार्थी शामिल होंगे। एक मार्च से शुरू होने वाली दसवीं की परीक्षा में 11,32,741 विद्यार्थी शामिल होंगे। इसमें नियमित छात्र 9,90,549 तथा स्वाध्यायी छात्र 1,42,192 रहेंगे। जबकि दो मार्च से शुरू होने वाली 12वीं की परीक्षा में 7,32,319 विद्यार्थी शामिल होंगे। इसमें नियमित विद्यार्थी 6,14451 व स्वाध्यायी 1,12,666 व व्यावसायिक कोर्स में 5,202 विद्यार्थी रहेंगे। 12वीं की अंध, मूक, बधिर परीक्षा में 436 व हाईस्कूल परीक्षा में 685 परीक्षार्थी शमिल होंगे।
परीक्षा से पूर्व होंगी प्रायोगिक परीक्षाएं
दसवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल 12 से 26 फरवरी के बीच अध्ययनरत स्कूलों में ही संपन्न होंगे। दसवीं-बारहवीं के प्रायवेट विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा आवंटित परीक्षा केन्द्र में 7 मार्च से 31 मार्च के बीच होगी।