वाराणसी। देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी नगरी में आयोजित यूथ प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि वर्ष 2022 तक भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र और स्किल निर्यात का हब बनेगा। उन्होंने दुनियाभर में फैले भारतीय मूल के तीन करोड़ लोगों का नए भारत के निर्माण में सहयोग का आान किया। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के पहले दिन सोमवार को यूथ प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम का सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व जनरल वीके सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। सम्मेलन के खत्म होने के बाद सभी प्रतिनिधि 24 जनवरी को प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में जाएंगे, जबकि 26 जनवरी को राजधानी में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। गौरतलब है कि वाराणसी में इस बार सम्मेलन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं, जिसमें आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टेंट सिटी भी शामिल है।
2020 तक भारत में औसत आयु 29 साल होगी
युवा प्रवासियों को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि जब दुनियाभर की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में बुजुर्गों की संख्या तेजी से बढ़ रही है तब भारत सबसे युवा देश बनने की ओर अग्रसर है। वर्ष 2020 तक भारत में औसत आयु 29 साल होगी जबकि 2022 तक अमेरिका, पश्चिम यूरोप, जापान और चीन में 65 साल के बुजुर्गों की आबादी उनकी कुल आबादी की एक तिहाई हो जाएगी। उस समय भारत में ही सबसे ज्यादागार कामगार आबादी होने से बड़ा मौका होगा।
हमारी पहचान भारतीयता
दुनिया के 120 देशों से आए प्रवासी भारतीयों को भारतीयता का अहसास कराते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रवासी सम्मेलन न सिर्फ आपको जड़ों से जोड़े रखता है बल्कि यह सीखने का मौका देता है कि आप कैसे अपनी मातृभूमि के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
पासपोर्ट बना सुरक्षा कवच
सोशल मीडिया पर भारत संग युवाओं की सक्रियता पर सुषमा ने कहा कि आज दुनिया में किसी को भी किसी तरह की मदद की जरूरत हो तो सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर सकता है। अब मदद बस एक ट्वीट की दूरी पर मिलती है। ज्यादा से ज्यादा 24 घंटे में भारत सरकार के कदम की जानकारी मिल जाएगी।
बदल रहा भारत
विदेश मंत्री ने कहा कि अब भारत बदल गया है। अब यह नवाचार और स्टार्टअप का देश है। कौशल विकास के लिए आधारभूत संरचना उपलब्ध कराए जाने से आने वाले समय में भारत के ट्रेंड युवाओं की दुनिया में धूम होगी।
अटलजी ने की थी शुरुआत
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहला अवसर है जब प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। जब इस आयोजन की 2003 में अटल जी ने शुरूआत की थी तब यह एक दिवसीय कार्यक्रम था। लेकिन इस बार इस आयोजन को तीन दिवसीय किया जा रहा है। देश में सबसे युवा राज्य उत्तर प्रदेश है जहां 23 करोड़ की आबादी है।
आज मोदी करेंगे औपचारिक उद्घाटन
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इस खास मौके पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान मोदी मंच पर प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे।