लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कहा कि वह नरेंद्र मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार करते हैं? पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान का यह बयान बॉलिवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की भारत में भीड़ द्वारा की जाने हिंसा को लेकर टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच आया है। गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में कहा था उन्हें डर लग रहा है। उन्हें अपने बच्चों की फिक्र हो रही है कि कहीं किसी दिन कोई भीड़ उन्हें घेरकर यह न पूछे कि तुम्हारा धर्म क्या है। इमरान खान ने पंजाब सरकार की 100 दिन की उपलब्धियों को रेखांकित करने के लिए लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। इमरान ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को उनके उचित अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि यह देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का भी दृष्टिकोण था।
भारत में उठ रही हैं आवाज
खान ने नसीरूद्दीन शाह के बयान की ओर इशारा करते हुए कहा, भारत में लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ समान नागरिकों की तरह व्यवहार नहीं हो रहा है। उनकी सरकार यह तय करेगी कि अल्पसंख्यक को पाकिस्तान में समान अधिकार हों।
कमजोर को न्याय देना होगा पाक
पीएम ने कहा कि यदि कमजोर को न्याय नहीं दिया गया तो विद्रोह ही उत्पन्न होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को उनके अधिकार नहीं दिए गए जो कि बांग्लादेश निर्माण के पीछे मुख्य कारण था।'