वाशिंगटन। भारत, अमेरिका से सालाना पांच अरब डॉलर (करीब 3.50 खरब रुपये) के तेल और गैस खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। एक शीर्ष भारतीय राजनयिक ने दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग का जिक्र करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत, अमेरिका से 18 अरब डॉलर (करीब 5.60 खरब रुपये) के रक्षा उपकरण की खरीदी पर भी विचार कर रहा है। अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन शृंगला ने मंगलवार को कहा कि भारत में अमेरिका का निर्यात कम-से-कम 30 प्रतिशत तक बढ़ा है। उन्होंने अमेरिका के व्यापारिक समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में द्विपक्षीय सहयोग 119 अरब डॉलर (करीब 83.30 खरब रुपये) से बढ़कर 140 अरब डॉलर (98 खरब रुपये) करीब हो गया है। राजदूत के सम्मान में अमेरिका-भारत व्यापार परिषद यानी यूएसआईबीसी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शृंगला ने कहा कि भारत, अमेरिका से अब तक की सबसे अधिक खरीद कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत केवल तेल और गैस के क्षेत्र में ही अमेरिका से हर साल पांच अरब डॉलर की खरीद को लेकर प्रतिबद्ध है। बकौल शृृंंगला रक्षा क्षेत्र में भारत 18 अरब डॉलर के आॅर्डर पर विचार कर रहा है और यह प्रक्रिया में है। शृृंंगला ने कहा कि भारत की व्यावसायिक विमानन कंपनियों ने 40 अरब डॉलर (करीब 28 खरब रुपये) मूल्य के 300 विमानों के आॅर्डर दिए हैं। उन्होंने कहा, 'हम ऐसे उत्पादों के आयात पर भी विचार कर रहे हैं, जिन्हें हमने पहले कभी अमेरिका से नहीं खरीदा है। राजदूत ने कहा कि भारत में अमेरिका की कुछ उपभोक्ता वस्तुओं की मांग बढ़ रही है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था में भारत के योगदान के बारे में राजदूत ने कहा कि वर्तमान में 2 लाख 27 हजार भारतीय छात्र अमेरिका के अकादमिक क्षेत्र में 6.5 अरब डॉलर (4.55 खरब रुपये) का योगदान कर रहे हैं।