नई दिल्ली। वित्तीय संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बकाया भुगतान न करने के कारण जेट के लेसर्स (पट्टे पर विमान देने वाले) ने विमानों को खड़ा करना शुरू कर दिया है। इस वजह से उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार रात देशभर के हवाईअड्डों पर चार से पांच विमान खड़े हो गए। इस वजह से लगभग 20 उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
जेट के बेड़े में हैं 123 विमान
जेट एयरवेज की वेबसाइट के मुताबिक, उसके बेड़े में 123 विमान हैं। लेसर्स और मेंटनेंस कंपनियों का बकाया बढ़ने और कल-पुर्जे खरीदने के लिए नकदी की किल्लत के कारण इनमें से कई विमान खड़े हो गए हैं। एयरलाइन ने हालांकि अभी यह नहीं बताया है कि उसके कितने विमान परिचालन में हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर बकाये का भुगतान नहीं किया गया, तो हालात और बदतर हो सकते हैं।