भोपाल।मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर बने लहचूरा डेम से बिना चेतावनी पानी छोड़े जाने से चार गांव 48 घंटे बाद भी जलमग्न हैं। फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, किसान नाव के सहारे खेतों तक पहुंच रहे हैं। किसानों की मदद के सवाल पर छतरपुर जिला प्रशासन से लेकर क्षेत्रीय विधायक तक का कहना कि डूब क्षेत्र की जमीनों का पहले ही यूपी सरकार मुआवजा दे चुकी है, फिर भी फसल उगाई जा रही थी। ऐसे में बर्बाद होने वाले किसानों को मुआवजा मिलना मुश्किल है। लहचूरा डेम से बिना चेतवानी के पानी छोड़ने की बात जिला प्रशासन स्वीकार कर रहा है। इस बारे में अनुविभागीय अधिकारी के साथ राजस्व अमला गांवों में तो पहुंचा, लेकिन मुआवजे के सवाल पर राजस्व अधिकारियों का कहना है कि डूब क्षेत्र की जमीन का मुआवजा पहले ही यूपी सरकार दे चुकी है। ऐसे में दोबारा मुआवजा नहीं दिया जा सकता। किसानों द्वारा जबरन डूब क्षेत्र पर सब्जियां व फसल आदि उगाई जा रही थी, जबकि वह जमीन बांध में आती है।