इंदौर। बैटरी के करंट से दौड़ने वाले ई-रिक्शा अब हर चौराहे पर दिखाई देंगे। आम राहगीर की जेब पर फटका भी कम लगेगा और कम किराया चुकाकर वे सस्ता सफर तय कर सकेंगे। आम लोगों की शिकायत थी कि ई-रिक्शा चुनिंदा स्थानों पर ही मुहैया हो पाते हैं। आम लोगों की पहुंच तक लाने के लिए परिवहन विभाग इनका रूट चार्ट तय कर रहा है। ई-रिक्शा को मिले नंबर के हिसाब से उनका आॅटो स्टैंड तय होगा। स्टैंड से तड़ी मारने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी। शहर में चल रहे ई-रिक्शा का रूट तय नहीं है और कोई भी रिक्शा कहीं भी किसी भी रूट पर चलता है, जिससे कुछ मार्गों पर इनकी भीड़ लग जाती है तो कुछ मार्गों पर जनता को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। अब परिवहन विभाग द्वारा जल्दी ही ईरिक् शा के रूट तय किए जाएंगे। इस संबंध में आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी सड़क सुरक्षा सप्ताह संबंधी बैठक में प्रस्ताव रखेंगे। ज्ञात रहे कि शहर में लोकसेवा वाहन के नाम पर पहले डीजल से चलने वाले वाहनों के विकल्प निकाले और प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए शासन ने ई-रिक्शा का विकल्प निकाला और दो साल में तेजी से शहर में इन रिक्शा की संख्या बढ़ गई। दो साल पहले शहर में शुरू हुए ई-रिक्शा अब 700 से अधिक हो गए हैं, जिसके चलते कई मार्गों पर यातायात व्यवस्थ गड़बड़ा गई है जिसे सुधारने के लिए आरटीओ द्वार इनका रूट तय किया जाएगा। सभी रिक्शा की नंबरिंग होगी फिलहाल ई-रिक्शा पर नंबर या किसी अन्य तरह की पहचान नहीं है और रूट तय करने के बाद कौन-सा रिक्शा किस रूट का है यह तय कर पाना मुश्किल होगा। परिवहन विभाग द्वारा ईरिक् शा पर नंबरिंग की जाएगी। इसी नंबर के आधार पर निर्धारित मार्ग की मॉनिटरिंग की जाएगी।