कान्सास सिटी। अमेरिका के मिसौरी राज्य के कान्सास सिटी के अटॉर्नी जनरल डेरेक श्मिट ने घोषणा की है कि वह 17 साल की सजा काट रहे रिचर्ड एंथनी जोन्स को मुआवजे के लिए 1 मिलियन डॉलर से अधिक (लगभग 7 करोड़ रुपए) का भुगतान करेगा। उल्लेखनीय है कि 17 साल जेल की सजा काटने के बाद अदालत ने इसी साल जून में रिचर्ड एंथनी जोन्स को रिहा करने का फैसला सुनाया था। इसकी वजह उसका एक हमशक्ल था। दोनों की शक्ल इतनी मिलती थी कि कोई भी उनके बीच अंतर नहीं बता सकता है। जिन चश्मदीदों की गवाही पर रिचर्ड एंथनी जोन्स नाम के इस शख्स को सजा मिली थी, वे एंथनी और उसके हमशक्ल में अंतर नहीं कर पाए। अदालत ने माना कि हो सकता है कि हमशक्ल ने अपराध किया हो और सजा नाहक एंथनी को मिल गई। इसी आधार पर अदालत ने एंथनी को रिहा किया था, लेकिन इसके बाद एंथनी ने कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था।
1999 का था मामला
एंथनी को एक डकैती के मामले में दोषी मानते हुए 1999 में जेल की सजा सुनाई गई थी। उसे मिली सजा मुख्यतौर पर एक चश्मदीद द्वारा दी गई गवाही पर टिकी थी। जिस इलाके में यह घटना हुई थी, वहां रिकी नाम का एक शख्स भी रहता था। रिकी और एंथनी की शक्ल एक-दूसरे से काफी मिलती-जुलती है। यह बात पहले एंथनी को पता नहीं थी। जेल में बंद दूसरे कैदियों ने एंथनी को उनके हमशक्ल रिकी के बारे में बताया. तब हमशक्ल के बारे में पता चलने पर एंथनी ने दोबारा कोर्ट में अपील की थी।
आरोपी पहचानने दिखाए थे फोटो
अदालत में एंथनी के वकीलों ने केस के दोनों चश्मदीदों और अभियोजन पक्ष के वकील के आगे ऐंथनी और रिकी की तस्वीर रखी और उन्हें दोनों को पहचानने के लिए कहा। चारों में से कोई भी एंथनी और रिकी में फर्क नहीं कर सका। चूंकि गवाह दोनों की सही पहचान नहीं कर सके, इसीलिए जज ने एंथनी को रिहा कर दिया। हालांकि पहचान नहीं होने के कारण रिकी को भी सजा नहीं दी गई थी। एंथनी को सजा सुनाए जाने का वाकया भी बेहद अजीव था। ड्रग्स के नशे में धुत्त एक चश्मदीद की गवाही पर पुलिस ने एंथनी के ऊपर डकैती का केस दर्ज कर दिया।