भोपाल । नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) की जनरल काउंसिल (जीसी) की बैठक 19 जनवरी को होगी। बैठक में पहली बार चीफ जस्टिस, दो नवनियुक्त मंत्री सहित आधा दर्जन नए सदस्य शामिल होंगे। बैठक में एनएलआईयू में हुए फर्जीवाड़े की जांच में दोषी पाए गए करीब 150 स्टूडेंट्स के भाग्य का फैसला होना है। एनएलआईयू में डिग्री फर्जीवाड़ा मामले में प्रदेश भर की नजरें टिकी हुई हैं। पहली बार कांग्रेस सरकार की अगुवाई में जीसी की बैठक होने जा रही है। बैठक में बतौर सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और विधि मंत्री पीसी शर्मा के अलावा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार सेठ, मुख्य सचिव सुधी रंजन मोहंती और महाधिवक्ता राजेंद्र तिवारी पहली बार शामिल होंगे। पीएस लॉ सत्येंद्र कुमार सिंह, पीएस फायनेंस अनुराग जैन, एटॉर्नी जनरल भी बैठक में शिरकत करेंगे।
दो जांच रिपोर्ट पर होना है निर्णय
एनएलआईयू का डिग्री फर्जीवाड़ा 19 स्टूडेंट्स से शुरू हुआ था। जीसी ने हाईकोर्ट के पूर्व जज अभय कुमार गोहिल को जांच सौंपी थी। साथ ही उन्हें संस्थान के सिस्टम को सुधारने के लिए सुझाव भी देना था। उन्होंने जांच रिपोर्ट दिसंबर 2018 में कुलपति विजयकुमार को सौंप दी थी। इसके बाद कुलपति ने रिपोर्ट हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दी थी। अन्य छात्रों की जांच का जिम्मा रजिस्ट्रार गिरिबाला सिंह को दिया गया था, उन्होंने भी छात्रों के बयान लेकर रिपोर्ट तैयार कर ली है। दोनों रिपोर्ट कुलपति विजयकुमार के माध्यम से 19 जनवरी को होने वाली बैठक में रखी जाएंगी।