मुंबई। शेयरबाजार के लिए गुरुवार का दिन खुशहाली से भरा रहा। फ्यूचर एंड आॅप्शन (एफ एंड ओ) की एक्सपायरी और अंतरिम बजट की पूर्व संध्या पर शेयर बाजार झूम उठा। सेंसेक्स में 683 अंकों तक उछाल आई, तो निफ्टी 10,838 के स्तर पर चला गया। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 214.26 अंक (0.60%) और निफ्टी 38.75 अंक (0.36%) मजबूत होकर क्रमश: 35,805.51और 10,690.55 पर खुला। सेंसेक्स 665.44 अंक (1.87%) जबकि निफ्टी 179.15 अंक (1.68%) की बंपर बढ़त के साथ क्रमश: 36,256.69 और 10,830.95 अक पर बंद हुआ। संसद के बजट सत्र का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग के लिए सरकार की विशेष पहलों का ज्यादा जिक्र किया। एनालिस्ट्स इसे शुक्रवार को पेश होने वाले अंतरिम बजट की रूपरेखा के संकेत के तौर पर ले रहे हैं।
शेयर बाजार में उछाल के मुख्य कारण
बजट से उम्मीदें - बजट अभिभाषण के बड़े हिस्से में किसानों, गरीबों और मध्य वर्गीय आबादी के लिए मोदी सरकार के विशेष कार्यक्रमों का विस्तार से बखान किया। एनालिस्ट्स इसे अंतरिम बजट बजट की रूपरेखा के तौर पर देख रहे हैं। बजट में मध्यवर्ग और ग्रामीण इलाकों के लिए विशेष घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है, जिससे देश में मांग और घरेलू बचत को बल मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अनुकूल बयानों ने भी मार्केट सेंटिमेंट को बढ़ावा दिया।
सकारात्मक वैश्विक संकेत-
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया तो वॉल स्ट्रीट में उछाल आ गया। इसका असर एशियाई शेयर बाजारों पर भी देखने को मिला। गुरुवार को ज्यादातर शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत हरे निशान में हुई। हैंग सैंग और निक्केई में 1 प्रतिशत तक की मजबूती देखी गई। वहीं, यूएस मार्केट, डाउजोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1.77 प्रतिशत की तेजी देखी गई।
रुपए की मजबूती -
डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती से भी मार्केट सेंटिमेंट को बल मिला। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की मजबूती के साथ 70.86 पर खुला।
ब्लूचिप शेयरों में खरीदारी -
रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में जमकर खरीदारी हुई। इससे सेंसेक्स को दोपहर बाद के कारोबार में 320 अंकों की उछाल मिली। कारोबार बंद होने तक एक्सिस बैंक 4.64 प्रतिशत, टाटा मोटर्स के 3.99 प्रतिशत, टाटा मोटर्स डीवीआर 3.65 प्रतिशत, इन्फोसिस 3.41 प्रतिशत और रिलायंस 2.70 प्रतिशत तक चढ़ गए।
वित्तीय घाटा : लक्ष्य प्राप्ति की उम्मीदें
एसबीआई रिसर्च के जारी अनुमानों ने भी शेयरों का कारोबार करने वालों का उत्साह बढ़ाया। एसबीआई रिसर्च के अर्थशास्त्रियों ने कहा कि सरकार इस वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के 3.3 प्रतिशत तक वित्तीय घाटे को सीमित रखने का लक्ष्य हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सरकार जीडीपी के 3.2 प्रतिशत यानी 6.72 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय घाटे का लक्ष्य रख सकती है। इन अनुमानों में अगले 11.7 प्रतिशत के नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ की बात कही गई।