नई दिल्ली। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से जुड़ी इंडस्ट्रीज की ग्रोथ दिसंबर में सुस्त होकर 18 महीनों के निचले स्तर पर चली गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि दिसंबर में कोयला, क्रूड और फर्टिलाइजर सेगमेंट्स में ज्यादा सुस्ती के कारण ऐसा हुआ। आठ प्रमुख उद्योगों का इंडेक्स दिसंबर में 2.6 प्रतिशत ही बढ़ा। जून 2017 के बाद यह सबसे कम ग्रोथ है, जब एक प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। नवंबर 2018 में कोर सेक्टर की ग्रोथ 2.9 प्रतिशत और दिसंबर 2017 में 3.8 प्रतिशत थी। कुल औद्योगिक उत्पादन में कोयला, क्रूड आॅयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रॉडक्ट्स, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और बिजली सहित आठ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों का हिस्सा 40.27 प्रतिशत का है। ताजा आंकड़ों से संकेत मिल रहा है कि इंडस्ट्रियल ग्रोथ भी आने वाले समय में नरम हो सकती है। नवंबर में इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन ग्रोथ 0.47 प्रतिशत थी। यह इसका 17 महीनों का निचला स्तर था। केयर रेटिंग्स ने एक नोट में कहा, कोर सेक्टर की दिसंबर में दिखी ग्रोथ के आधार पर हमारा अनुमान है कि दिसंबर 2018 में इंडस्ट्रियल आउटपुट करीब 2.5 प्रतिशत बढ़ सकता है और ऊंचे बेस इफेक्ट के कारण इसमें गिरावट का ही रुझान रहेगा। दिसंबर के लिए औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा 12 फरवरी को जारी किया जाएगा। अप्रैल से दिसंबर तक कोर सेक्टर की ग्रोथ 4.8 प्रतिशत रही, जो सालभर पहले की इसी अवधि में यह 3.9 प्रतिशत थी। दिसंबर में कोयला उत्पादन की ग्रोथ नवंबर के 3.7 प्रतिशत से घटकर 0.9 प्रतिशत रह गई। इससे बिजली उत्पादन की ग्रोथ नवंबर के 5.1 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत पर आ गई।