कोलकाता। रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की भारतीय जोड़ी ने युगल मैच जीतकर जो उम्मीदें जगायी थीं, वह शीर्ष खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन की पहले उलट एकल में शनिवार को हार के साथ कोलकाता साउथ क्लब के ग्रॉस कोर्ट में ही दफन हो गई। भारत को डेविस कप के क्वालीफाइंग राउंड में इटली से 1-3 से हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही भारत डेविस कप फाइनल्स में जगह बनाने की होड़ से बाहर हो गया। भारतीय टीम अब वापस एशिया- ओसनिया जोन में लौटेगी। भारत को अपने एकल खिलाड़ियों गुणेश्वरन और रामकुमार रामनाथन के निराशाजनक प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा। भारत को पहले दिन शुरुआती दोनों एकल मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की भारतीय जोड़ी ने शनिवार को डेविस कप मुकाबले के दूसरे दिन अपना मैच जीतकर भारत के लिए इस प्रतियोगिता में उम्मीदें जगाईं जो गुणेश्वरन की हार के साथ समाप्त हो गईं। बोपन्ना-दिविज की जोड़ी ने युगल मुकाबले में मेतियो बेरेटिनी और सिमोन बोलेली की जोड़ी को एक घंटे 43 मिनट में 4-6, 6-3, 6-4 से हराकर स्कोर 1-2 किया। भारतीय जोड़ी ने छह में से तीन ब्रेक अंकों को भुनाया जबकि विपक्षी जोड़ी ने दो बार सर्विस ब्रेक हासिल किया। पहले उलट एकल मैच में इटली के बेरेटिनी ने गुणेश्वरन को मात्र 57 मिनट में 6-4, 6-3 से हराकर अपनी टीम को 18 टीमों के डेविस कप फाइनल्स में पहुंचा दिया। गुणेश्वरन ने मैच में तीन बार अपनी सर्विस गंवाई।
सेपी ने रामनाथन को हराया
इससे पहले कल आंद्रेस सेपी ने पहले एकल मैच में रामनाथन को लगातार सेटों में 6-4, 6-2 से और दूसरे एकल मैच में गुणेश्वरन को मेतियो बेरेटिनी ने भी लगातार सेटों में 6-4, 6-3 से हराया था। गुणेश्वरन के अपना मुकाबला हारने के बाद भारत को पांचवां मैच खेलने की जरुरत ही नहीं पड़ी। भारत ने यह मुकाबला 1-3 से गंवाया। 2019 डेविस कप नए प्रारूप में खेला जा रहा है। 24 टीमें डेविस कप फाइनल्स के 12 क्वालीफाइंग स्थान हासिल करने के लिए खेल रही हैं। हारने वाली 12 टीमें फिर 2019 में जोन ग्रुप में खेलेंगी। इस हार के बाद भारतीय टीम अब अपने जोन ग्रुप में लौटेगी। छह देशों 2018 के सेमीफाइनलिस्ट क्रोएशिया, फ्रांस, स्पेन और अमेरिका के अलावा 2019 के वाइल्ड कार्ड अर्जेंटीना तथा ब्रिटेन को फाइनल्स में जगह मिल चुकी है जिनके साथ 12 क्वालीफाइंग टीमों को जुड़ना है।