ग्वालियर। उत्तर भारत में हो रही भारी बर्फबारी व पंजाब के कुछ जिले में दिवस हुई वर्षा के बाद वहां से आ रही उत्तर-पूर्वी हवाओं ने शहर में सर्द हवाओं के साथ काफी मात्रा में नमी लाना शुरू कर दिया है, जिसके प्रभाव से रविवार की सुबह महानगर में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर 10 से 20 मीटर ही रह गई। मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र के विज्ञानी डॉ. एसके ओझा ने बताया सोमवार को फिर ग्वालियर- चंबल अंचल में घना कोहरा छाने की संभावना है, वहीं मंगलवार को कई जिलों में बारिश भी हो सकती है। बीते 24 घंटों में अंचल के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा। इस दौरान शीतलहर भी चली। मौसम विभाग ने बताया कि एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ बढ़ रहा है। इस सिस्टम के कारण मंगलवार से शुक्रवार के बीच मौसम का मिजाज फिर बदलने की संभावना है। इस वजह से ग्वालियर चंबल संभाग के उत्तरी भाग में गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं और बादल भी छा सकते हैं। मौसम साफ होने के बाद ठंड का एक और दौर शुरू सकता है। पश्चिमी राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के समाप्त होने के कारण हवाओं का रुख बदलकर उत्तर-पूर्वी हो गया है। जिसके चलते वातावरण में फिर सहरन बढ़ गई है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होते ही दो दिन पहले पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया था। जिसके चलते हवा का रुख उत्तरी से बदलकर दक्षिणी और दक्षिण- पश्चिमी हो गया था। इससे वातावरण में नमी बढ़ने से बादल छा गए थे। दिन और रात के तापमान में इजाफा होने लगा था और ठंड से राहत मिल गई थी। शुक्रवार शाम को राजस्थान पर बना सिस्टम समाप्त हो गया। जिसके चलते हवाओं को रुख एक बार फिर उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। इससे दिन-रात के तापमान में फिर गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने बताया कि 6-7 फरवरी को ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग में कहीं- कहीं हल्की बारिश होने का अनुमान है।