जबलपुर। मदनमहल स्टेशन के विकास की राह करीब 2साल से देखी जा रही है। इसके लिए 2 साल पहले रेलवे ने कहा था कि यहां टर्मिनल बनाया जाएगा जहां जबलपुर से चलने वाली सभी ट्रेनों को चलाया जाएगा। इसमें प्लेटफार्म के विस्तार सहित अन्य कई काम शामिल किए गए थे। तब से अब तक मामला टलता रहा और यहां पर विकास नजर नहीं आया। अब विगत कुछ दिनों से यहां पर विकास कार्य नजर आने लगे हैं। पहले चरण में प्लेटफार्म जबलपुर एण्ड पर विस्तारित होता नजर आ रहा है। विगत दिनों केन्द्र सरकार के अंतरिम बजट में 15 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया गया है। मदनमहल स्टेशन की री स्ट्रक्चरिंग का काम चालू हो गया है। टर्मिनल स्टेशन की योजना के तहत एक तरफ प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाई जा रही है,वहीं दूसरी त रफ शेड लगाने का काम भी तेजी पर है। विद्युतीकरण के लिए लोहे के पिलर्स तैयार हो गए हैं। टर्मिनल में 26 कोच की ट्रेन खड़ी हो सके इस हिसाब से प्लेटफार्म का विस्तार किया जा रहा है।
ट्रेनों का होगा ठहराव
मदनमहल रेलवे स्टेशन के टर्मिनल के रूप में विकसित होने के बाद इटारसी और कटनी की ओर से आने वाली सभी गाड़ियों का ठहराव मदनमहल स्टेशन पर किया जाएगा। वहीं जबलपुर से प्रारंभ होकर कटनी की ओर जाने वाली ट्रेनों को भी मदनमहल से ही चलाया जाएगा। वहीं इटारसी की ओर जाने वाली गाड़ियों को जबलपुर स्टेशन से छोड़ा जाएगा।
अभी ये हो रहा काम
मदनमहल को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विस्तार देने के लिए फिलहाल रेलवे ने जो काम शुरू किए हैं इनमें प्लेटफार्म नंबर 2 व 3 की लंबाई बढ़ाए जाने,इनमें शेड लगाए जाने के काम मुख्य हैं। यहां पर नई रेल लाइन बिछाए जाने का काम तेजी पर है। बहुत जल्द मदनमहल स्टेशन एक नए रूप में ही दिखेगा।
ये है प्लानिंग
2 साल पहले जब मदनमहल को टर्मिनल के रूप में विकसित करने की घोषणा हुई थी तब इसकी लगात 1 अरब रुपए बताई गई थी। यहां पर नई लाइन बिछाए जाने के साथ दोनों ओर री स्ट्रक्चरिंग शामिल है। वर्तमान में प्लेटफार्म नंबर 2 व 3 की लंबाई 550 मीटर है। इसे बढ़ाकर 6 सौ मीटर किया जा रहा है। अर्थात दोनों ओर प्लेटफार्म 50-50 मीटर लंबे किए जा रहे हैं। वहीं शेड की मौजूदा स्थिति भी बढ़ाई जा रही है।