इंदौर । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में एक के बाद एक बदलाव कर रहा है। स्टूडेंट्स को फायदा पहुंचाने के लिए सीबीएसई ने अब 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र में आंतरिक विकल्प (इंटरनल च्वॉइस)के प्रश्न बढ़ाने का निश्चय किया है। इसी सत्र से यह प्रश्न बढ़ाए जाएंगे। इस बार बोर्ड की परीक्षा में आंतरिक विकल्प वाले प्रश्नों की संख्या 55 फीसदी होगी। यानी कि अगर 100 प्रश्न हैं, तो 55 प्रश्नों में आंतरिक विकल्प होगा, जबकि इससे पहले केवल 20 फीसदी प्रश्न ही आंतरिक विकल्प वाले पूछे जाते थे।
क्या है इंटरनल च्वॉइस प्रश्न
इंटरनल च्वॉइस वाले प्रश्नों में एक ही प्रश्न में कई वैकल्पिक प्रश्न होते हैं। एक प्रश्न के अंदर दो, तीन या चार वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। इससे छात्र को यह फायदा होता है कि उसे उसी प्रश्न का जवाब देना होता है, जो उसे बहुत अच्छे से आ रहा हो। इंटरनल च्वॉइस के प्रश्न बढ़ने का सबसे ज्यादा फायदा स्टूडेंट्स को होगा। अब उन्हें जिस प्रश्न का जवाब बेहतर तरीके से आता होगा, उसे हल करने का आॅप्शन होगा। इससे बोर्ड परीक्षा में वे बेहतर अंक पा सकेंगे, जिससे रिजल्ट में सुधार होगा।
रिजल्ट में होगा सुधार
विशेषज्ञों के मुताबिक, बोर्ड के इस बदलाव का सबसे बड़ा असर इस बार के रिजल्ट पर पड़ेगा। आंतरिक विकल्प के सवाल आएंगे, जो स्टूडेंट्स के पास च्वॉइस होगी कि उन्हें जिस प्रश्न का जवाब अच्छे से आता है, उसे हल करें। इससे स्टूडेंट्स का पास परसेंटेज बढ़ेगा। साथ ही अच्छे अंक मिलने से छात्र बोर्ड की मेरिट सूची में भी स्थान पा सकेंगे। बोर्ड का यह बदलाव सैद्धांतिक और प्रायोगिक दोनों परीक्षाओं में किया गया है।