नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैये के खिलाफ बीजेपी भी आक्रामक हो गई है। सोमवार शाम केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फें्रस कर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी उस राजदार को बचाने की कोशिश कर रही हैं, जो काफी कुछ जानता है। गठबंधन पर तंज कसते हुए प्रसाद ने कहा, धरने के जरिए ममता अपने को नेता के रूप में भी प्रोजेक्ट कर रही हैं। राहुल गांधी और मायावती को भी पूछना होगा कि उनका क्या होगा। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, बंगाल में क्या हो रहा है। एक पुलिस कमिश्नर नेताओं के साथ धरने पर बैठे हैं? इसका क्या मतलब है? धरने पर बैठकर पश्चिम बंगाल की सीएम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नक्शेकदम पर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि भ्रष्टाचार की जांच के खिलाफ एजेंसी को नहीं झुकना चाहिए। सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता पर चुटकी लेते हुए रविशंकर ने कहा, यह भ्रष्ट लोगों का गठबंधन है और इसके सिपाही बिहार से उत्तर प्रदेश तक कथित भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रहे हैं और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं।
प. बंगाल में संवैधानिक व्यवस्थाएं टूटने की ओर: राजनाथ सिंह
इधर संसद में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीबीआई और कोलकाता पुलिस के बीच गतिरोध की स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है और रविवार का घटनाक्रम पश्चिम बंगाल में संवैधानिक व्यवस्थाओं के टूटने की ओर इशारा करता है। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से इस मामले में सहयोग की उम्मीद जताते हुए यह भी कहा कि केंद्र को राज्यों में स्थिति सामान्य बनाए रखने के लिए कार्रवाई करने का अधिकार है।
सीबीआई जांच से बचने धरने पर बैठी हैं ममता : जावड़ेकर
वहीं केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा, बंगाल में नरेन्द्र मोदी का नहीं बल्कि ममता का आपातकाल है। वह खुद को सीबीआई से बचाने के लिए धरने पर बैठी हैं।