भोपाल । विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को संगठन और विभिन्न एजेंसियों के सर्वे पर भरोसा नहीं रहा। इसलिए राष्ट्रीय नेतृत्व ने जिन दो वरिष्ठ नेता स्वतंत्र देव सिंह को लोकसभा चुनाव का प्रभारी और सतीश उपाध्याय को सहप्रभारी बनाकर भेजा है, वह संसदीय क्षेत्रों में सीधे पहुंचकर बूथ से लेकर बड़े नेताआें के साथ लगातार बैठक कर जीवंत संपर्क बनाए हुए हैं। स्थानीय गुटबाजी और दावेदारों का फीडबैक की लेकर रोजाना राष्ट्रीय नेतृत्व को भेज रहे हैं। सभी संसदीय क्षेत्रों में बैठक खत्म होेने के बाद दोनों नेता अपनी अंतिम रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को सौपेंगे। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर ज्यादा सतर्कता बरत रहा है। वह मध्यप्रदेश की कुल 29 में 26 सीटों पर जीत का टारगेट लेकर चल रही है। दरअसल, विधानसभा चुनाव में भाजपा ने संगठन और विभिन्न एजेंसियों के सर्वे के आधार पर अधिकांश टिकटों का वितरण किया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके अलावाविधानसभा चुनाव की तैयारियों और प्रबंधन के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य लोगों को भेजा था, वे मुख्यालय छोड़कर बाहर निकले ही नहीं। अमित शाह को प्रतिदिन दिया जा रहा फीडबैक इसके चलते पार्टी को वास्तविक फीडबैक नहीं मिला था। राष्ट्रीय नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव के कड़वे अनुभव से सबक लेते हुए लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह और सहप्रभारी सतीश उपाध्याय को भोपाल में बैठकें लेने के साथ हर लोकसभा क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय रहने के लिए कहा है। इसके चलते स्वतंत्र देव सिंह पिछले चार दिनों में मालवा और निमाड़ की बड़वानी, उज्जैन, इंदौर और शाजापुर जाकर स्थानीय और प्रमुख नेताओं की बैठक ली। इससे पहले वे भोपाल में प्रदेश भर के पदाधिकारियों की बैठक ले चुके हैं। सिंह नौ फरवरी के बाद महाकौशल की लोकसभा क्षेत्रों में जाकर स्थानीय और प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगे। इधर सहप्रभारी सतीश उपाध्याय भी विंध्य क्षेत्र के अलग- अलग लोकसभा में पहुंचकर लगातार बैठक ले रहे हैं। बैठकों में मिले फीड बैक के आधार पर रोजाना अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल को फोन पर दे रहे हैंं। इसमें स्थानीय राजनीतिक परिस्थितियां, दावेदारों की स्थिति और गुटबाजी जैसे मुद्दे शामिल है।
प्रभारी और सहप्रभारी पर गुटबाजी दूर करने की भी जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी स्वंतत्र देव सिंह और सहप्रभारी सतीश उपाध्याय का पूरा फोकस स्थानीय गुटबाजी को दूर करना है। यह भी कहा जा सकता है कि गुटबाजी दूर करने के लिए मुख्यालय में बैठने की बजाय वे अपने प्रभार वाले संसदीय क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि उन्हें वास्तविक फीडबैक मिल रहा है। दोनों नेता स्थानीय कार्यकर्ता और प्रमुख नेताओं के गुटबाजी खत्म करने और कार्यकर्ताओं को गले लगाने और उनके घर पहुंचकर भोजन करने के निर्देश दे रहे हैं। साथ ही गुटबाजी खत्म करने की चेतावनी भी दे रहे हैं।